उप्र : 11 बंगलादेशी जमातियों समेत 14 लोगों को भेजा गया जेल

मेडिकल जांच के बाद अदालत में पेशी के बाद भेजा गया जेल

सभी विदेशी नागरिक दिल्ली के निजामुद्दीन मस्जिद के जलसे में हुए थे शरीक

भदोही, 17 अप्रैल। उत्तर प्रदेश के भदोही में 30 मार्च को एक मस्जिद के गेस्टहाउस से पकड़े गए 11 बंगलादेशी नागरिकों समेत 14 लोगों को शुक्रवार को मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में पेश किया गया। बाद में अदालत के आदेश पर सभी को स्थाई जेल भेज दिया गया।

भदोही पुलिस के अनुसार इन्हें स्थाई जेल में रखा जाएगा। जिला मुख्यालय सरपतहां में स्थाई जेल का निर्माण किया गया है। सभी लोग दिल्ली की मरकज़ में शामिल हुए थे। अदालत में पेशी के पूर्व जिला अस्पताल महाराजा चेतसिंह में मेडिकल जाँच कराई गई। जमातियों का क्वॉरेंटाइन समय पूरा गया है।पुलिस ने बांग्लादेशी जमातियों को संरक्षण देने वाले मस्जिद के गेस्टहाउस संचालक समेत 23 की लोगों को नोटिस के बाद बंधपत्र भी भरवा है। इस मामले में सजा तीन साल से कम है।

मरकज़ के जिन आरोपियों को जेल भेजा गया है उसमें मोहम्मद इनशेर अली, तबाहिद्दुल इस्लाम , सैयद मोहिबुर्र रहमान, नुरुलहक , नवाज़अली, नजुरुल इस्लाम , देराजुद्दिन, रफीकुल इस्लाम, फैजल रब्बी, अख्तारुज्जामन, ममउनुर, जमातअली, शाहीद्दुल्हा मंडल और अनवर हुसैन शामिल हैं। इसमें 11 बंगलादेशी जमाती और उन्हें संरक्षण देने वाले भारतीय नागरिक हैं।

पुलिस की तरफ़ से पासपोर्ट एक्ट सहित कई आईपीसी की धाराओं में इनके विरुद्ध मामला दर्ज किया था। टूरिस्ट वीजा पर आए बांग्लादेश के जमाती दिल्ली की मरकज़ में शामिल हुए थे। मरकज में कोरोना मिलने के बाद देश भर जमातियों की खोजबीन में भदोहो के काजीपुर मस्जिद गेस्ट हाउस से सभी को पकड़ा गया था। पुलिस ने इस मामले में गेस्टहाउस संचालक समेत संरक्षण देने वालों के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया था। जमाती पूरे 27 दिन तक मस्जिद में छुपे हुए थे।