क्या भाजपा विधायक के परिवार से होगा जिला पंचायत अध्यक्ष, पढ़े यह रिपोर्ट

पार्टी से बगावत के चुनाव लड़े भाजपा विधायक के भाई-भतीजे बने जिला पंचायत सदस्य, अब अध्यक्ष की कुर्सी पर निगाहें

भदोही। भदोही जिले में जिला पंचायत सदस्य के चुनाव के नतीजे सामने आ गए हैं। यहां पर भाजपा से बगावत कर चुनाव लड़े भाजपा विधायक रविंद्र नाथ त्रिपाठी के भाई और भतीजे को जीत हासिल हुई है, जबकि उनका एक भतीजा चुनाव हार गया है। अब माना जा रहा है कि जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर भाजपा विधायक रविंद्र नाथ त्रिपाठी की निगाहें लगी हुई है। हालांकि जब उनके भाई और भतीजे ने भाजपा से टिकट न मिलने पर चुनाव लड़ने का फैसला किया था तो उस समय भाजपा विधायक रविंद्र नाथ त्रिपाठी ने कहा था कि उनका उनके भाई भतीजे से कोई लेना देना नहीं है। लेकिन आने वाले कुछ दिनों में यह तस्वीर साफ हो जाएगी कि विधायक रविंद्र नाथ त्रिपाठी अपने परिवार के ही सदस्य को जिला पंचायत अध्यक्ष बनाने के लिए किस तरह का दांव चलते हैं।

गौरतलब हो कि भाजपा के भदोही से विधायक रविंद्र नाथ त्रिपाठी के ब्लॉक प्रमुख भाई अनिरुद्ध त्रिपाठी और उनके दो भतीजे चंद्रभूषण तिवारी और सचिन तिवारी भारतीय जनता पार्टी से क्रमशः वार्ड संख्या 7 8 9 से टिकट की मांग की थी, लेकिन पार्टी ने परिवारवाद की गाइडलाइन को आधार बनाते हुए विधायक के परिवार के इन तीनों सदस्यों को टिकट नहीं दिया। जिसके बाद उनके परिवार के इन तीनों सदस्यों ने अलग-अलग वार्डो से नामांकन किया और चुनावी मैदान में कूद गए , लिहाजा जब जिला पंचायत चुनाव के नतीजे सामने आए तो उसमें वार्ड संख्या 7 से वर्तमान जिला पंचायत सदस्य सचिन तिवारी चुनाव हार गए और वहां से आशीष सिंह जिला पंचायत सदस्य चुने गए हैं। जबकि वार्ड संख्या आठ में विधायक के भतीजे चंद्र भूषण तिवारी और वार्ड संख्या 9 में उनके भाई अनिरुद्ध तिवारी जिला पंचायत सदस्य चुने गए । विधायक के परिवार के दो सदस्यों के जिला पंचायत सदस्य चुने जाने के बाद विधायक के समर्थकों में खुशी का माहौल है तो वहीं भारतीय जनता पार्टी के भी तमाम कार्यकर्ताओं ने सोशल मीडिया पर अपनी खुशी का इजहार किया है। वही विधायक के आवास और उनके अन्य प्रतिष्ठानों पर चुने हुए जिला पंचायत सदस्यों के को आते जाते हुए देखा गया जिसके बाद माना जा रहा है कि जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर काबिज होने के लिए रस्साकशी शुरू हो गई है। अब यह देखने वाली बात होगी कि जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर किसका कब्जा होता है। अभी भाजपा ने भी अपने पत्ते नहीं खोले हैं कि वह किसे जिला पंचायत अध्यक्ष का प्रत्याशी बनाएगी। वही जिले में समाजवादी पार्टी ने जीते हुए 10 जिला पंचायत सदस्यों को अपना बताते हुए उनकी सूची जारी की है। गौरतलब हो कि जिले में जिला पंचायत अध्यक्ष बनने के लिए बहुमत का आंकड़ा 14 सीटों का है जबकि जिला पंचायत के कुल 26 सीटों पर चुनाव हुआ है।