भदोही ऑक्सीजन प्लाण्ट अमेरिकी कालीन आयातक भी करेंगे सहयोग
भदोही में ऑक्सीजन प्लांट के लिए अमेरिका के दो कालीन आयातक ने भदोही ऑक्सीजन प्लांट के लिए 40 हजार डॉलर की मदद की है जो रुपये में लगभग 30 लाख रुपये है कालीन निर्यातक रूपेश बरनवाल के प्रयास से आयातक ने यह सहयोग दिया, निर्यातक रूपेश बरनवाल चेक जिलाधिकारी को सौप दिया है । जिलाधिकारी आर्यका अखोरी ऑक्सीजन प्लाण्ट लगाने के लिए निर्यातकों से सहयोग का आह्वान किया था । जिसपर उद्यमियों 10 निर्यातकों 37 लाख की राशि दी थी कम पड़ रहे 30 लाख रुपये के लिए अमेरिकी आयातक ने मदद की है ।
निर्यातकों ने कुल 37 लाख कालीन निर्यातकों द्वारा दान किए गए इस धनराशि से जिले में 50 बेड के के लिए ऑक्सीजन प्लांट लगाए जाने की योजना है।
गौरतलब हो कि बीते कुछ दिनों में अचानक हुए कोरोना संक्रमण की बढ़ोतरी के कारण गंभीर मरीजों के इलाज के लिए ऑक्सीजन की किल्लत देखने को मिली। इस स्थिति को देखते हुए कालीन निर्यातकों को ने यह तय किया कि भदोही जिले में भी एक ऐसा ऑक्सीजन प्लांट होना चाहिए जिससे भविष्य में अगर कोरोना संक्रमण का खतरा और तेज होता है तो किसी भी जरूरतमंद व्यक्ति की ऑक्सीजन की कमी से मौत ना होने पाए।
इसे लेकर जिलाधिकारी आर्यका आखौरी ने कुछ दिन पहले कालीन निर्यातकों के साथ एक बैठक भी किया था। जिसमें उन्होंने कालीन निर्यातकों से आगे आने का अनुरोध किया था। उसके बाद कालीन निर्यातकों ने धनराशि दान करना शुरू किया है। इसे लेकर जिला उद्योग उपायुक्त हरेंद्र कुमार ने बताया कि जिले में 50 बेड के लिए ऑक्सीजन प्लांट लगाए जाने की योजना है। इसमें लगभग 65 लाख तक का खर्च आएगा। जिसे लेकर अभी तक 10 कालीन निर्यातकों ने 37 लाख की धनराशि दान किया है।बची राशि के लिए एक आयातक ने मदद की उन्होंने 40 हजार डॉलर लगभग 30 लाख रुपये दिए है
सूर्या कार्पेट, ओबीटी भदोही, काका ओवरसीज, रूपेश कार्पेट, चंपो कार्पेट की तरफ से पांच-पांच लाख, तुलसीराम गया प्रसाद प्रा. ली. की तरफ से चार लाख, भदोही कार्पेट तीन लाख,अग्नि कार्पेट और खन्ना कार्पेट दो-दो लाख, रवि पाटोदिया की तरफ से डेढ़ लाख की धनराशि दी गयी है।