राज्यसभा सांसद अमर सिंह का निधन, भदोही में सियासी बयानबाजी से गर्म कर दी थी सियासत

भदोही। काफी समय से बीमारी से जूझ रहे पूर्व सपा नेता व राज्यसभा सांसद अमर सिंह का सिंगापुर में शनिवार को निधन हो गया। बताया जा रहा है कि एक महीने पूर्व उनका किडनी का ट्रांसप्लांट किया गया था और जिसके बाद उनका इलाज लगातार जारी था लेकिन शनिवार को उनका निधन हो गया।

राज्यसभा सांसद अमर सिंह का भदोही जिले में कई बार आना हुआ पहली बार वह भदोही जिले में अपनी सियासी यात्रा लेकर पहुंचे थे। उस समय अमर सिंह समाजवादी पार्टी से बाहर होने पर अपनी खुद की पार्टी बनाकर पूर्वांचल के यात्रा पर निकले थे। उस समय मुलायम सिंह यादव और अमर सिंह के बीच सियासी बयानबाजी चरम पर थी। उस दौरान अमर सिंह ने भदोही में ही यह बयान दिया था कि अगर मैं जुबान खोल दूंगा तो मुलायम सिंह यादव को जेल जाना पड़ेगा। इस बयान के बाद पूरे प्रदेश में राजनीतिक माहौल गर्म हो गया था और समाजवादी पार्टी में हड़कंप मचा हुआ था। हालांकि बाद में फिर मुलायम सिंह और अमर सिंह एक दूसरे के करीब आ गए और अमर सिंह राज्यसभा सांसद भी बने। 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले भी वह भदोही आए थे और मोदी को दोबारा प्रधानमंत्री बनाने का मिशन चला रहे संगठन मोदी अगेन पीएम के कार्यक्रम में भदोही में शिरकत किया था। इस दौरान उन्होंने सपा बसपा महागठबंधन पर जमकर निशाना साधा था। उस दौरान उन्होंने जो बातें कही थी हम वह पूरी खबर उसी तरह यहां प्रकाशित कर रहे हैं।

17 दिसम्बर 2018: आगामी लोकसभा में महागठबंधन को लेकर राज्यसभा के सांसद अमर सिंह ने कहा कि अगर मुलायम सिंह की चलती तो वो हारना पसन्द करते लेकिन कभी बसपा-कांग्रेस से गठबंधन न करते। अमर सिंह ने कहा की हाल के विधानसभा चुनाव में बसपा ने जिस तरह से दलित मतदाताओं का वोट काटा है उसके बाद मायावती यूपी की राजनीति का इंजन बनना चाहेंगी और सपा और कांग्रेस को उस इंजन का डिब्बा बनकर सन्तोष करना पड़ेगा। उन्होंने भदोही में ‘मोदी अगेन पीएम’ कार्यक्रम में पत्रकारों से बात करते हुए यह बयान दिया।

उन्होंने कहा कि तीन राज्यों में सरकार बनने के बाद कांग्रेस यूपी में महागठबंधन के तहत कम से कम बीस सीटों की मांग करेंगी जबकि मायावती इतने सीट सपा को भी नही देंगी। मायावती कांग्रेस को सिर्फ अमेठी और रायबरेली के साथ सपा को बीस से अधिक सीट देने पर राजी नही होंगी। इस स्थिति में कांग्रेस-सपा के पास सिर्फ माया शरणम गच्छामि का रास्ता बचेगा। उन्होंने कहा कि वो मुलायम सिंह यादव को अच्छी तरह जानते हैं अगर उनकी पार्टी में चलती तो वो किसी हार जाना पसंद करते लेकिन किसी से गठबंधन कर कार्यकर्ताओं को निराश न करते। मुलायम सिंह अच्छी तरह जानते हैं कि इससे पार्टी टूटेगी और कार्यकर्ताओं का मनोबल गिरेगा। यहां उन्होंने देश के प्रधानमंत्री को ईमानदार बताते हुए देश की जनता को उनका साथ देने की अपील की।