पिटाई के शिकार सफाईकर्मियों की महामारी एक्ट में भी मामला दर्ज करने की मांग

भदोही। भदोही में कोरोना योद्धा सफाई कर्मियों पर हमले के बाद सफाईकर्मियों के कोतवाली पर हुए प्रदर्शन के बाद दर्ज मामले में एफआईआर के धारा पर सवाल उठाते हुए मामला दर्ज कराने वाले साजिद अहमद ने कहा कि उनके ऊपर यह हमला उनके सरकारी कार्य के दौरान किया गया। वे ऐसे समय भदोही को सुरक्षित करने का काम कर रहे थे जब देश मे महामारी कोरोना फैली है। कोरोना के विरुद्ध लड़ने में सफाई कर्मी अहम भूमिका निभा रहे है जबकि मेरे द्वारा साफ सफाई करवाकर कोरोना के विरुद्ध लड़ने का काम किया जा रहा था। लेकिन आरोपियों द्वारा गन्दगी फैलाने और साफ सफाई बाधित करने में महामारी अधिनियम के तहत भी मामला दर्ज किया जाना चाहिए थे। साजिद अहमद ने कहा कि अगर ये धाराएं नही बढ़ाई गई तो सफाई कर्मी अपनी मांग जिला प्रशासन से करेंगे। यदि वे मामला दर्ज नही जरेंगे तो सफाई कर्मी आंदोलन भी कर सकते है।

सरकार कोरोना योद्धाओं को मनोबल बढ़ाने में लगी है। उन पर होने वाले हमले पर सरकार लगातार सख्त है। लेकिन भदोही में आज सफाई करने गए इन योद्धाओं के ऊपर जहां हमला किया गया वहीं इन्हें जान मारने की कोशिश की गई। इसका मामला दर्ज कराने के लिए इन्हें घंटो प्रयास करना पड़ा। कोतवाली के सामने सैकड़ो सफाई कर्मी काम बंद करके बैठने के बाद मामला दर्ज किया गया। लेकिन हाथ मे एफआईआर की कापी मिलने के बाद सफाईकर्मी मायूस हो गए। मामले में ना तो सरकारी कार्य मे बाधा डालने का मामला दर्ज किया गया और ना ही महामारी अधिनियम का। अब इस पूरे मामले को लेकर सवाल भी खड़े होने लगे हैं कि आखिर क्यों महामारी एक्ट के उल्लंघन में मामला दर्ज नही किया गया।