खुद की जिंदगी से लड़ रही बालिका ने कोरोना से लड़ने के लिए दान किया गुल्लक
बालिका के शरीर मे नही है बड़ी आंत
पिता है जनरेटर के मैकेनिक, मुश्किलों से चलता है परिवार
भदोही। कोरोना से लड़ने के लिए भदोही में एक बच्ची ने अपना पैसों से भरा गुल्लक डीएम को दे दिया। बड़ी बात है कि नौ वर्षीय इस बच्ची को बड़ी आंत नही है। और पिछले नौ वर्षों से यह बच्ची दवाओं के सहारे चल रही है और उन दवाओं का खर्चा रोजाना चार सौ से अधिक है। पिता जेनरेटर मैकेनिक हैं। बच्ची के गुल्लक से ढाई हजार अधिक निकले हैं। जिंदगी से लड़ रही इस बच्ची के प्रयास से लोगों को काफी प्रेरणा मिलेगी।
प्रधानमंत्री के अपील पर देश के प्रति सहयोग की भावना दिखाते हुए भदोही जिले के गोपीगंज निवासी प्रियंका विश्वकर्मा ने अपने गुल्लक में जुटाए हुए पॉकेट मनी को मुख्यमंत्री राहत कोष में दान किया है। गुल्लक से निकले 2,842 रुपये का दान इस बच्ची ने अपने पॉकेट मनी से किया है। आपको बता दे प्रियंका शरीरिक तौर पर कमजोर है। बच्ची के शरीर मे बड़ी आंत नही है। जिसकी वजह इसे कई बार शौच जाना होता है। बच्ची शिक्षा से वंचित है। गरीबी में पली बढ़ी यह बच्ची देश के प्रति अपार प्रेम दिखाते हुए अपने पॉकेट मनी से मुख्यमंत्री राहत कोष में योगदान दिया है। प्रियंका के पिता बताते है कि बच्ची ने जब अपनी भावनाओं को बताया तो वह उसे रोक न सके। प्रियंका के भावनाओ का कद्र करते हुए डीएम राजेन्द्र प्रसाद को उसके जुटाए हुए पॉकेट मनी को दिया है। बच्ची का भाव है कि मेरे जैसे कई ऐसे बच्चे होंगे जो आज के दौर में पढ़ाई लिखाई से वंचित होंगे साथ ही इस महामारी में भूखे होंगे। इन पैसों से उन लोगो की मदद हो यही उसकी चाहत है। वहीं इस तरह के कदम की सराहना हर एक लोगो ने की है।