पांच मंडलों में आउटर रिंग रोड व भदोही में बनेगा बाईपास
पांच मंडलों में आउटर रिंग रोड व भदोही में बनेगा बाईपास
प्रदेश में 1.39 लाख करोड़ रुपये से सड़कों का नया जाल बिछाने की तैयारी है। इससे पांच मंडलों- अलीगढ़, देवीपाटन, झांसी, मीरजापुर व सहारनपुर में आउटर रिंग रोड बनाई जाएंगी। साथ ही, 10 जिलों-औरैया, बुलंदशहर, मैनपुरी, बहराइच, बागपत, भदोही, संभल, कौशांबी, चंदौली व श्रावस्ती में बाईपास बनाने का प्रस्ताव है। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने शनिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ नई सड़क परियोजनाओं की विशेष समीक्षा के दौरान इस पर सहमति जताते हुए इनकी डीपीआर तैयार
करने के लिए कहा। उन्होंने गोरखपुर-शामली मार्ग व कानपुर- गाजियाबाद मार्ग की डीपीआर शीघ्र बनाने के लिए भी कहा है। केंद्रीय मंत्री ने सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए आवश्यक सुझाव भी दिए।
मुख्यमंत्री आवास पर हुई इस बैठक में केंद्रीय मंत्री ने बरेली में एनएच 530 बी के सुधारीकरण, प्रतापगढ़ जिले में एक बाईपास, प्रयागराज-दोहरीघाट मार्ग को दो से चार लेन, बाराबंकी-जरवल- बहराइच मार्ग (एनएच 927) के निर्माण, कबरई-कानपुर कारिडोर के निर्माण के संबंध में डीपीआर तैयार करने की प्रक्रिया समय से पूरी करने
के निर्देश दिए। अधिकारियों ने बताया कि शामली-गोरखपुर कारिडोर तथा अलीगढ़-मुरादाबाद बिजनौर कारिडोर की डीपीआर बिड प्राप्त कर ली गई है, जबकि अयोध्या (उतरौला) प्रयागराज के बीच बेहतरीन कनेक्टिविटी के लिए बिड आमंत्रित की गई है। प्रयागराज वाराणसी-आरा-पटना कारिडोर के लिए भी बिड आमंत्रित की गई है। गाजीपुर-जमनिया-सैयदराजा कारीडोर तथा गोरखपुर-किशनगढ़ सिलीगुड़ी कारिडोर के लिए डीपीआर तैयार करने की प्रक्रिया चल रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में नये राजमार्गों के निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण की कार्यवाही तेजी से पूरी की जाए, ताकि निर्माण कार्य समय से पूरा हो सके। निर्माण कार्यों से संबंधित एनओसी भी समय से प्रदान की जाए। सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए समन्वित प्रयास किए जाएं। मुख्यमंत्री ने लखनऊ-गोरखपुर राष्ट्रीय राजमार्ग और बांदा-कानपुर राष्ट्रीय राजमार्ग, गोरखपुर-वाराणसी राष्ट्रीय राजमार्ग के मरम्मत की आवश्यकता बताई। इस पर केंद्रीय मंत्री ने एनचएआइ के अधिकारियों को इनके सुधार के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि सिद्धार्थनगर के नौगढ़ से शोहरतगढ़ होते हुए तुलसीपुर (जनपद बलरामपुर) तक के मार्ग के सुधार की आवश्यकता है।