मानसिक रोगियों और अस्वस्थ्य व्यक्तियों के गठित जिला स्तरीय विधिक सेवा इकाई गठित
उद्घाटन अपर जनपद न्यायाधीश प्रथम श्री शैलोज चन्द्रा ने
किया ।
भदोही राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण और राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशों के अनुपालन में मानसिक रोगियों और अस्वस्थ्य व्यक्तियों के गठित जिला स्तरीय विधिक सेवा इकाई के सदस्यों के लिए दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ आज जनपद न्यायालय परिसर में किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन अपर जनपद न्यायाधीश प्रथम श्री शैलोज चन्द्रा ने मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर किया।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य मानसिक रूप से अस्वस्थ व्यक्तियों को विधिक सहायता प्रदान करने के लिए इकाई के सदस्यों को आवश्यक ज्ञान और कौशल प्रदान करना है। कार्यक्रम में प्रथम दिन सुश्री निवेदिया अस्थाना, अपर जिला जज एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव के मार्गदर्शन में श्री मोहन लाल मिश्रा (एडवोकेट), डॉ. अभिनव पांडेय (मनोचिकित्सक), डॉ. अशोक पाराशर (मनोवैज्ञानिक) और श्री दीपक रावत (लीगल एड डिफेंस काउंसिल) ने प्रशिक्षणार्थियों को विविध विषयों पर प्रशिक्षित किया।
यह प्रशिक्षण कार्यक्रम मानसिक रूप से अस्वस्थ व्यक्तियों के अधिकारों की रक्षा और उन्हें न्याय दिलाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस कार्यक्रम के माध्यम से जिला विधिक सेवा इकाई के सदस्य मानसिक रूप से अस्वस्थ व्यक्तियों को कानूनी सहायता प्रदान करने में सक्षम होंगे।
इस कार्यकर्म का उद्देश्य प्रत्येक जिले के मानसिकनरूप से बीमार व्यक्तियों बौद्धिक विकलांग व्यक्तियों के लिए विधिक इकाई स्थापित करके उनकी सहायता करना है इसमें विकलांग व्यक्तियों के अधिकार अधिनियम 2016 और मानसिक स्वास्थ्य और सेवा अधिनियम 2017 के प्रावधानों के तहत कानूनी सहायता प्रदान करने के लिए बनाई गई है