संस्कृत विद्वान आद्या प्रसाद का भारत सरकार ने किया सम्मान

भदोही के दो विद्यानो को मिला सम्मान गुलाब शंकर दुबे को भी मिला सम्मान

भारत सरकार मानव संसाधन मंत्रालय ने पंडित आद्या प्रसाद को संस्कृत भाषा मे उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित किया गया है वे भदोही के ब्रिटिश कालीन सर्वस्वती संस्कृत विद्यालय के प्रधानाचार्य पद से सेवा निर्वित हुए थे । वे व्याकरण और भाषा के विद्वान है यह सम्मान उत्तर प्रदेश के दो लोगो को प्राप्त हुआ है

यह पुरस्कार व सम्मान राशि तथा पेंशन भारत सरकार द्वारा वर्ष 2020 मैं उत्तर प्रदेश से मात्र दो संस्कृत के विद्वानों को प्रदान किया गया है जोकि जनपद के जिला मजिस्ट्रेट की अनुशंसा पर जनपद भदोही में केवल दो विद्वान श्रीयुत आद्या प्रसाद त्रिपाठी बटर शास्त्री तथा पंडित गुलाब शंकर दुबे निवासी समाधा औराई को प्रदान किया गया है.

वे नव्य व्याकरण आचार्य एवं शोध विद्वान आद्या प्रसाद जी ब्रिटिश कालीन सरस्वती संस्कृत पाठशाला रोही भदोही के पूर्व प्रधानाचार्य पद से सेवानिवृत्त हैं एवं व्याकरण व कर्मकांड का प्रचार प्रसार जनमानस में आ रहे हैं 92 वर्षीय आचार्य जी अपनी कुशल वाकपटुता स्पष्ट वक्ता शास्त्रार्थ विद्या में निपुणता हासिल किए हैं
यह पुरस्कार व सम्मान राशि तथा पेंशन भारत सरकार द्वारा वर्ष 2020 मैं उत्तर प्रदेश से मात्र दो संस्कृत के विद्वानों को प्रदान किया गया है जोकि जनपद के जिला मजिस्ट्रेट की अनुशंसा पर जनपद भदोही में केवल दो विद्वान श्रीयुत आद्या प्रसाद त्रिपाठी बटर शास्त्री तथा पंडित गुलाब शंकर दुबे निवासी समाधा औराई को प्रदान किया गया है.

भारत सरकार द्वारा आजीवन मासिक पेंशन व पुरस्कार की राशि प्राप्त होने पर उनके शिष्य गण डॉ राम रक्षा त्रिपाठी ‘ पूर्व विभागाध्यक्ष केन्द्रीय उच्च तीव्व्ती शिक्षा संस्थान सारनाथ’, श्रीयुत चंद्रिका प्रसाद त्रिपाठी पूर्व जीलाधीकारी मथुरा, डॉ हरिओम त्रिपाठी ‘ प्रवक्ता’, डॉ गणेश दत्त शुक्ल ‘प्राचार्य’, डॉ छोटे लाल पांडेय जी मर्रो, डॉ कमला शंकर तिवारी प्रवक्ता राय बरेली, श्रीमान संजय चौवे ‘प्रधानाध्यापक’, श्रीमान राजेश द्वीवेदी जी ‘प्रबंधक इ. का. रोही. जी, श्रीमान राजेश द्वीवेदी पूर्व ज़िला पूर्ति अधिकारी एवं समस्त क्षेत्रवासी तथा ब्रिटिश कालीन संस्कृत पाठशाला व आचार्य सरजू प्रसाद त्रिपाठी इंटरमीडिएट कॉलेज अकोड़ा रोही परिवार में हर्ष व्यक्त किया है