भदोही : लॉकडाउन में ‘ऑनलाइन’ शिक्षा ने उपलब्ध कराया सकारात्मक प्लेटफ़ॉर्म
भदोही शिक्षकों ने कोरोना काल में परिषदीय स्कूलों के बारे में तोड़ी नकारात्मक सोच
देश भर के शिक्षाविदों नेे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म की ओर बढ़ाया कदम
भदोही, 09 जून। उत्तर प्रदेश के भदोही जिले में परिषदीय स्कूलों से निकली एक अनूठी पहल सरकारी स्कूलों के बारे में बनी छबि को तोड़ती दिखती है। आम तौर प्राथमिक स्कूलों में गिरता शिक्षा का स्तर समाजिक बहस का मुद्दा बनता है। शिक्षकों की कर्तव्य निष्ठा और योग्यता पर भी सवाल उठाए जाते हैं। सरकार की नीतियों को भी कटघरे में खड़ा किया जाता है। लेकिन कोरोना संक्रमण काल में परिषदीय शिक्षकों ने तकनीकी विकास का इस्तेमाल कर देश भर के शिक्षाविदों एवं विशेषज्ञों से संपर्क ऑनलाइन मंच पर लाकर सेमिनार की शुरुवात की है। इसमें एसआईइटी उत्तर प्रदेश की भूमिका अहम है।
दुनिया भर में कोरोंना काल ने स्थितियों को बदल दिया है। जिसकी वजह है कि शिक्षा के क्षेत्र में ऑनलाइन जैसे तकनीकी मंच की उपयोगिता बढ़ी है। मंच के ज़रिए प्रबुद्ध शिक्षाविदों ने शिक्षा में गुणात्मक सुधार की पहल की है। यह अपने आप में बड़ी सकारात्मक पहल है। शिक्षकों ने
अपने व्यावसायिक उत्थान के लिए कई महत्वपूर्ण बिंदु का सुझाव दिया है। जिसमें शिक्षा के आकलन, विद्यालय नेतृत्व विकास तथा शिक्षा के क्षेत्र में तकनीक का प्रयोग जैसे महत्वपूर्ण विषय हैं। इस सेमिनार की शुरुवात माइक्रोसॉफ्ट टीम पर की गई है। जिसमें विषय विशेषज्ञ के रूप में देश के कई राज्यों के शिक्षक ऑनलाइन सेमिनार में भाग लेकर शिक्षा के विभिन्न आयामों पर अपने विचार रख रहें हैं। लॉकडाउन की वजह से ऑनलाइन कक्षायें भी देश भर में संचालित हो रहीं हैं जिसका उपयोग करोड़ों की तादाद में छात्र कर रहें हैं।
प्राथमिक शिक्षकों की तरफ़ से किए गए इस प्रयास को काफी सराहा जा रहा है। शिक्षा क्षेत्र के विशेषज्ञ के रूप में
देश के विभिन्न प्रतिष्ठित शिक्षा संस्थाओं से शिक्षाविद जुड़ रहे हैं। जिसमे एसआईइटी उत्तर प्रदेश से ललिता प्रदीप, गुजरात से डॉ अर्चना दत्ता, एनसीसीआरटी ओडिशा से डॉ रमाकांत मोहालीक एवं डॉ राश्मिरेखा, प्रख्यात मनोवैज्ञानिक डॉ हिल्लोल मुखर्जी, डॉ सुरेंद्र दास डायरेक्टर यदुव्रता ,उमेश शुक्ला डायट प्राचार्य वाराणसी, डॉ समर बहादुर सिंह टीडी कॉलेज जौनपुर के साथ
राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त शिक्षक डॉ सर्वेष्ठ मिश्रा, डॉ दिपांकर विस्वास, डॉ ए रंगनाथ, बीएल, प्रियंक कुमार , शिवम जैसे शिक्षाविद संबंधित बिंदुओ पर अपने व्याख्यान रख रहें हैं।
ऑनलाइन सेमिनार में महिला शिक्षकों की भी भूमिका अहम दिख रहीं है। शिक्षिका उर्मिला,पियाली छाया, सपना, सुनीता, शिल्पी, आकांक्षा शंखधर, प्रिया दीपाली, यास्मीन और सीमा ने बताया की यह अपने आप में अनूठी पहल है। इससे शिक्षा के उन्नयन में सहभागिता मिलेगी एवं सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे। इसे शिक्षा के क्षेत्र में इसे सकारात्मक पहल बताया है। संचालक मुकुल कुमार सिंह ने बताया कि हमारा प्रयास है कि हम इस विषम परिस्थिति का प्रयोग शैक्षणिक उत्थान में करें। इसके लिए देश के साथ विदेश के शिक्षाविदों से संपर्क किया जा रहा है।