बेरोजगारों की मदद के लिए शुरू हुआ डिजिटल अभियान
गैर प्रान्त से आये कामगारों को सुझाव देने के साथ रोजगार की जानकारी देने में जुटा ‘हमार भदोही’
भदोही। लाकडाउन में महानगरों से बड़े पैमाने पर कामगार बेरोजगार होकर अपने घर लौटे हैं ऐसे में उन्हें रोजगार से सम्बंधित सुझाव और मदद की आवश्यकता है जिसे देखते हुए सामाजिक संस्था ‘हमार भदोही’ इस पहल की शुरुआत करते हुए डिजिटल प्लेटफार्म के माध्यम से पलायित कामगारों से सम्पर्क में जुटी हुई है।
इस बारे में हमार भदोही के संयोजक ने बताया कि महानगरों से आये कामगारों से सोशल मीडिया के माध्यम से सम्पर्क कर उनसे उनके स्किल के बारे में जानकारी इकट्ठा किया जा रहा है। अभियान शुरू करने के कुछ घण्टे में ही सौ से अधिक कामगारों की जानकारी प्राप्त हुई है। उन्होंने बताया कि भदोही में कालीन उद्योग हमेशा कामगारों की कमी से जूझता रहा है ऐसे में कामगारों के स्किल के बारे में उद्योग को बता कर उन्हें रोजगार दिलाने में सहायता की जा सकती है। इसके साथ ही कोरोना के कारण तमाम नई जरूरतें बढ़ी हैं जिसमे मास्क, सेनिटाइजर, हैंडवाश, पीपीई किट बनाने के साथ कई अन्य कार्य शुरू हुए हैं। कालीन उद्योग से से जुड़े तमाम बिजनेसमैन हैं जो नए कार्यो को भी शुरू करने पर विचार कर रहे हैं। इनके साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने भी बाहर से आये कामगारों को रोजगार देने के लिए सूक्ष्म, मध्यम एंव लघु उद्योगों को बढाने पर जोर दिया है। ये उद्योग बढाने के लिए योग्य कामगारों की जरूरत पड़ेगी और इस बारे में बाहर से आये कामगारों को जागरूक कर उन्हें सुझाव देने के साथ उनके कार्यक्षमता के बारे में उद्यमियों को बताया जाएगा जिससे जिससे कामगारों को रोजगार मिल सके।
संजय श्रीवास्तव का कहना है कि महानगरों से वापस अपने घरों को लौटे तमाम कामगारों में सूचनाओं का भी अभाव है कि वे कहा से रोजगार प्राप्त करें। गांवों में किस प्रकार के रोजगार सरकार द्वारा उपलब्ध कराए जा रहे है। तमाम सहायता देने के साथ विभिन्न योजनाओं से जोड़ने के लिए सरकार भी काम कर रही है। इस दौरान महानगरो से आये कामगरों को सहयोग की जरूरत है। तमाम ऐसे कामगार है जो लंबे समय से काम नहीं मिलने और घर पर ही रहने से अवसाद में जा सकते हैं, ऐसे समय इन्हें उचित सलाह, सहयोग रोजगार दिलाने के लिए सूचनाओ के सहयोग की जरूरत है।