सांस्कृतिक प्रतिभा खोज द्वारा स्थानीय लोक कलाओं के संरक्षण एवं संबर्धन पर बल-सीडीओ
स्थानीय उदीयमान कलाकारों ने ‘सांस्कृतिक प्रतिभा खोज’ कार्यक्रम की मुक्तकण्ठ से की प्रशंसा
भदोही 23 जुलाई, 2022ः- आजादी का अमृत महोत्सव के अन्तर्गत ‘सांस्कृतिक प्रतिभा खोज’ आयोजन का मुख्य विकास अधिकारी भानु प्रताप सिंह, अपर जिलाधिकारी श्री शैलेन्द्र कुमार मिश्र, प्राचार्य श्री पी0एन0डोंगरे, जिला सूचना अधिकारी डॉ0 पंकज कुमार, आदि सभी नामित सदस्य ने द्वीप प्रज्जवलित कर साहित्य संगीत एवं कला की देवी मॉ सरस्वती के प्रतिमा पर माल्यापर्ण व छात्राओं ने सरस्वती वन्दना कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया।
नोडल अधिकारी डॉ0 पंकज कुमार ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा की भदोही जनपद की सांस्कृतिक विधाओं-लोक गायन, लोक नृत्य, लोक वादन आदिवासी नृत्य, लोकनाट्य, रामलीला, रासलीला, भजन एवं कृतन, ललित कला आदि के कुल 47 प्रतिभावान कलाकारों का चयन निर्णायक मण्डल कमेटी द्वारा किया गया। भदोही जनपद के लोक कलाकार केएनपीजी कालेज के छात्र/छात्राओं एवं सूचना विभाग के पंजीकृत कलाकारों ने इस कार्यक्रम में अपने शानदार प्रस्तुति दर्ज करायी। चयनित सभी कलाकारों को जिलाधिकारी आर्यका अखौरी के द्वारा अगस्त माह में सम्मानित कर प्रमाण पर प्रदान किया जाएगा।
मुख्य विकास अधिकारी भानु प्रताप ने कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि इस कार्यक्रम के द्वारा भदोही के लोक कलाकारों द्वारा प्राचीन भारतीय लोक गायन एवं संगीत के विविध आयामों के जीवंत किया गया। ये सांस्कृतिक विधाएं ही किसी भी देश समाज की सशक्त अर्मूत धरोहर होती है। अपर जिलाधिकारी श्री शैलेन्द्र कुमार मिश्र ने कार्यक्रम पर प्रकाश डालते हुए कहा कि प्रदेश सरकार ऐसे कार्यक्रमों द्वारा जनपद की सांस्कृतिक मानवीय धरोहरों को प्रोत्साहित कर राष्ट्रीय पटल पर पहुॅचाने का कार्य करती है। इन्ही कलाकारों में से आगे बढ़ते हुए पदमश्री पुरस्कारों को सुशोभित करते है। केएनपीजी कालेज के प्राचार्य श्री पीएन डोंगरे ने कलाकार छात्र/छात्राओं की हुनर की तारिफ करते हुए उन्हें आगे बढ़ते हुए कालेज का नाम रोशन करने की बधाई एवं शुभकामन दी। उन्होंने कहा कि छात्र अपने अध्ययन के साथ-साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भी बढ़-चढ़कर अपनी भागीदारी सुनिश्चित करते है। निर्णायक मण्डल के नामित सदस्य आकाशवाडी/दुरदर्शन के श्री संजय कुमार श्रीवास्तव ने भदोही जनपद के सांस्कृतिक एवं समाजिक मूल्यों पर बल देते हुए स्थानीय कलाकारों की प्रतिभा को सराहा। केएनपीजी कालेज की प्रोफेसर डॉ0 कामिनी वर्मा ने सभी का कलाकारों की प्रस्तुति का गहनता से अवलोकन करते हुए उनकी अन्दर छुपी हुए प्रतिभा को निखारने पर बल दिया। उन्होंने सभी कलाकारों के शानदार अभिनव एवं मंचन बधाई दी। डॉ0 प्रीति कुमारी ने साहित्यतिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों द्वारा कलाकारों के देश व्यापी चेतना द्वारा सामाजिक विकास एवं मूल्यों पर बल दिया। डॉ0 मोनिका सरोज ने लोक गायन एवं लोक नृत्य की कलाकारों द्वारा जीवन अभिनव की प्रसंशा करते हुए जनपद के सामाजिक एवं समासिक संस्कृति को रेखांकित किया। जिला पर्यटन अधिकारी डॉ0 राजेश भारती एवं श्री हौसला प्रसाद सिंह ने सांस्कृतिक प्रतिभा खोज की प्रासांगिकता पर बल देते हुए प्रदेश सरकार द्वारा भारतीय रीति रिवाजों, परम्पराओं को अक्षुण्य बनाये रखने के विजन को क्रियान्वित करने पर बल दिया। जिला सूचना कार्यालय द्वारा से सभी अतिथियों को आजादी के अमृत महोत्सव पर आधारित पुस्तके सप्रेम भेंट की गयी।
कार्यक्रम में सांस्कृतिक प्रतिभा खोज आयोजन का आगाज करते हुए लोक गायक राजेश परदेशी ने जल है तो कल है आदि गीतों से समॉ बॉध दिया। अभिनय कर्ता किशन अलबेला एवं संगीता सरगम ने अपने लोकगीतों एवं नृत्यों से दर्शकों को मंत्र मुग्ध कर दिया। केएनपीजी कालेज की छात्रा सेफाली श्रीवास्तव एवं टीम द्वारा समूह नृत्य नीशू सिंह ने दुर्गा स्तुति एकता राय ने शिव तांडव, सुषमा प्रजापति ने देशभक्ति, भावना पाण्डेय ने राग दादरा, श्रद्धा सिंह ने सोलो नृत्य, आशीष यादव ने बासुॅरी वादन कर अपने शानदार प्रस्तुति से दर्शकों को दिल जीत लिया। रमेश कुमार ‘भॉवरा’ ने अपने देशभक्ति गीतों एवं नृत्य से दर्शकों में जोश भर दिया। लोकगायक कलाकार-रितिक कुमार तिवारी, विरेन्द्र मिश्रा, सुरेन्द्र यादव, रामराज, शेषमनी सरोज, दीनानाथ यादव, अनुराधा उपाध्याय, कीर्ति सिंह, मीरा बिन्द, पूजा गौतम, महिमा मौर्या, पुरूषोत्तम यादव, सालिनी सिंह, आकाक्षा यादव, प्रियंका आदि कलाकारों ने अपने शानदार अभिनय एवं मंचन से निर्णायक मण्डल सहित सभी दर्शकों को झुमने से मजबूर कर दिया। अंत में कार्यक्रम संयोजक डॉ0 पंकज कुमार ने कार्यक्रम के शानदार आयोजन पर निर्णायक मण्डल के सभी सदस्यों, अतिथियों, कलाकारों व दर्शकों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए हृदय से नमन व धन्यवाद ज्ञापित किया