एक दूसरे पर लगाये कई गम्भीर आरोप
विजय मिश्रा के भतीजे हैं मनीष मिश्रा
भदोही। भदोही में विधायक विजय मिश्रा के परिवार में सबकुछ ठीक नही चल रहा है। विधायक ने जहां अपने भतीजे ब्लॉक प्रमुख मनीष मिश्रा पर खुद के हत्या कराने की साजिश रचने का आरोप लगाया तो वहीं ब्लॉक प्रमुख ने भी विधायक से जान का खतरा और बलात्कार जैसे मामले में फर्जी फंसाने की साजिश रचने का आरोप लगाया है। इन आरोपो के सामने आने के बाद जिले की सियासी सरगर्मी बढ़ गयी है।
भदोही की राजनीति में विजय मिश्रा का एक बड़ा नाम है वो लगातार चौथी बार ज्ञानपुर सीट से विधायक चुने गए हैं। तीन बार सपा से और चौथी बार निषाद पार्टी से विधायक हैं। उनकी पत्नी रामलली मिश्रा एमएलसी हैं। जिला पंचायत अध्यक्ष और कई ब्लॉक प्रमुख भी उन्ही के खेमे से हैं इसमे उनके भतीजे मनीष मिश्रा का भी नाम शामिल है जिन्हें ज्ञानपुर ब्लॉक से निर्विरोध ब्लॉक प्रमुख बनाने के पीछे विजय मिश्रा ही थे। लेकिन अब विजय मिश्रा का लेटर पैड सामने आया है जिसमे मानवाधिकार, गृहमंत्री, मुख्यमंत्री को लिखे गए पत्र में विधायक द्वारा अपने भतीजे ब्लॉक प्रमुख मनीष मिश्रा पर खुद के हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया गया है। छह पेज के लेटर में मनीष मिश्रा पर गम्भीर आरोप लगाए हैं और सुरक्षा की मांग की गई है। आरोप लगाया गया है कि मनीष मिश्रा का मुख्तार अंसारी, नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी पर हमले के आरोपी दिलीप मिश्रा, नीरज सिंह जैसे लोगों से है और ये स्थानीय कई लोगों के साथ मिलकर उनकी रेकी करा रहे हैं और उनकी हत्या करा सकते हैं। आरोप है कि मनीष कई गैरकानूनी धंधों में लिप्त हैं।
वहीं इस लेटर के सामने आने के बाद मनीष मिश्रा ने प्रेस वार्ता कर विधायक द्वारा खुद के हत्या कराए जाने साजिश रचने का आरोप लगाया। साथ ही दावा किया कि विजय मिश्रा का सम्बंध मुख्तार अंसारी से था और कई बड़े लोगों की हत्या में इनका हाँथ है। मनीष मिश्रा ने दावा किया कि विधायक के आवास की सीसीटीवी फुटेज की अगर जांच कर ली जाएगी तो खुद पता चल जाएगा कि उनके सम्बन्ध कितने अपराधियों से हैं। साथ ही दवा किया कि जिले में कई नेताओं को विधायक ने फर्जी मामलों में फंसाया है। उन्होंने कहा कि विधायक मेरे चाचा है और मैं उनके साथ था लेकिन वो लगातार गलत काम करने के लिए दबाव बना रहे थे इसलिए मैंने उनका साथ छोड़ दिया। मैं खुद चाहता हूं कि मामले की उच्चस्तरीय जांच कर ली जाय सब मामला सामने आ जायेगा। अगर मैं दोषी पाया गया तो राजनीति से सन्यास ले लूंगा। मनीष मिश्रा के ये सभी दावे सामने आने के बाद जिले की राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गयी है।