भारतीय कालीन प्रौद्योगिकी संस्थान के निदेशक में एक ऐसा पीपीई किट तैयार किया है जिसके पहनने के बाद स्वास्थ्यकर्मी कोरोना से पूरी तरह सुरक्षित रहेंगे। पीपीई किट के बाहरी हिस्से से टकराते ही कोरोना वायरस जमीन पर गिर जाएगा। इस किट की खास बात है कि इसे पांच बार पहना जा सकता है। इस किट को इस तरह तैयार किया गया है कि पसीना भाप बनकर उड़ जाएगा जिससे स्वस्थ्यकर्मियों को यह काफी आरामदायक महसूस होगा।
इस बारे में प्रौद्योगिकी संस्थान के निदेशक आलोक कुमार में बताया कि अभी तक बाजार में जो पीपीई किट मिल रहा है वह बहुत ही भारी होने के साथ सांस लेने में दिक्कत महसूस होती है लेकिन काफी रिसर्च के बाद तैयार किये गए इस किट का एंटी माइक्रोबियल ट्रीटमेंट किया गया है जिसके बाद इसपर किसी तरह संक्रमण नही टिकेगा और किट से टकराते ही संक्रमण जमीन पर आ गिरेगा। किट को ऐसा बनाने के लिए जल-तेलरोधी बनाया गया है। इसके साथ ही इस किट को धोकर पांच बार पहना जा सकता है। इस किट को स्वास्थ्य एंव परिवार मंत्रालय के मानकों को ध्यान में रखकर बनाया गया है और बाजार में लाने के लिए सरकार द्वारा मंजूरी भी मिल गयी है साथ ही उम्मीद है कि जल्द इसे पांच बार उपयोग में लिए जाने को लेकर भी मंजूरी मिल जाएगी। उन्हीने बताया कि कानपुर की एक कम्पनी के साथ इस किट को बाजार में मौजूद कीमतों के मुकाबले बहुत कम कीमत में कुल चार साइज में लाने की तैयारी है।
बाईट-आलोक कुमार, निदेशक, भारतीय कालीन प्रौद्योगिकी संस्थान