मुख्यमंत्री जी इन युवाओं की आवाज सुनिए

मुख्यमंत्री जी ! काशी- प्रयाग की ‘मध्यभूमि’ से उठी आवाज़ को सुनिए

भदोही में जिला अस्पताल की माँग युवाओं की बनी आवाज़

सोशलमीडिया प्लेटफ़ॉर्म पर बगैर नेतृत्व बनी आंदोलन, ट्वीटर पर किया ट्रेण्ड

भदोही, 07 जून । उत्तर प्रदेश के एक छोटे से जिले से उठी एक माँग जनमुहिम बन गई है। इस मुहिम का न कोई अधिनायक है न राजनेता। सोशलमीडिया प्लेटफ़ॉर्म पर ट्वीटर और फ़ेसबुक पर खूब ट्रेण्ड करती दिखा रहीं है। ‘भदोही माँगे जिला अस्पताल’ नाम से हैश टैग कर चलाई जा गई मुहिम ट्वीटर पर शनिवार को खूब ट्रेण्ड किया। देश में जहाँ यह 29 वें पायदान तक पहुँची वहीं यूपी में यह दूसरे से चौथे पर ट्रेण्ड होती दिखी। मुहिम से जुड़े 10 हजार ट्वीट मुख्यमंत्री योगी, पीएम मोदी और दूसरे जिम्मेदार लोगों को ट्वीट किए गए।

भदोही काशी और प्रयाग के मध्य स्थित है। यह कभी प्रधानमंत्री मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी का ही हिस्सा था। यह खूब सूरत बेल- बूटेदार कालीनों के लिए पूरी दुनिया में अपनी पहचान रखता है। लेकिन स्वास्थय सुविधाओं को लेकर काफी पिछड़ा है। लेकिन भदोही के जागरूक मीडिया, युवाओं और सोशलमीडिया के उपयोगकर्ताओं ने जिला अस्पताल की माँग को जनमुहिम बना दिया है। लोकप्रिय सोशलमीडिया प्लेटफ़ॉर्म फ़ेसबुक,
व्हाट्सप, ट्वीटर के ज़रिए इसे एक आवाज़ बना दिया गया। एक ऐसी आवाज़ है जिसका कोई अधिनायक नहीँ है। सोशलमीडिया और मीडिया के माध्यम से उठी माँग अब मज़बूर हो चली है।

जिले के युवाओं और आम लोगों की माँग को अभी तक हल्के में लिया जा रहा था। लेकिन मुहिम की मुखरता को देखते हुए अब राजनीति से जुड़े लोग भी इस मुहिम में शामिल होते दिखते हैं। उन्हें अभी तक यह लग रहा था कि बस कुछ लोगों की तरफ़ से यह सिर्फ सोशलमीडिया तक सीमित है। लेकिन शनिवार को ट्वीटर जैसे लोकप्रिय मंच पर यह राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर ट्रेण्ड करने लगी तो उन्हें जनमुहिम की तागत का ऐहसास हो गया। जिला अस्पताल की माँग अब स्तरीय बन चुका है। मुख्यमंत्री योगी को 10 हजार ट्वीट करना बड़ी उपलब्धि है। जिला का निर्माण पिछले 11 सालों से जिला मुख्यालय सरपतहां में किया जा रहा है। जिसमें वर्तमान योगी सरकार का कोई दोष नहीँ है। क्योंकि इस परियोजना की शुरुवात बसपा शासनकाल में हुई थी। इसके बाद सपा की सरकार आ गई । अस्पताल तो इन्हीं सरकारों के कार्यकाल में बन जाना चाहिए था लेकिन नहीँ बन पाया। अब क्यों नहीँ बना इसका जबाब सरकारें और राजनेताओं के साथ स्वास्थय विभाग ही दे सकता था लेकिन सबने चुप्पी साधे रखा।क्योंकि यह मसला शायद उनके लिए उतना गम्भीर नहीँ था। अब योगी सरकार से लोगों को काफी उम्मीद है जिसकी वजह से यह मुहिम बन गया है।

भदोही जिला 30 जून 1994 को अस्तित्व में आया 26 साल का वक्त गुजर जाएगा। लेकिन अभी तक अस्पताल का निर्माण नहीँ हो पाया है। निर्माण की लागत कई गुना बढ़ गई है, लेकिन बात जहाँ कि वहीं अटकी है। राज्य की योगी सरकार से जिले कि जनता को काफी उम्मीदें हैं। सरकार ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में बड़ा काम किया हैं। अस्पतालों की स्थिति सुधरी है और सुविधाएँ भी बढ़ी हैं। राज्य के सभी जिलों में वेंटीलेटर की सुविधा की उपलब्ध कराई गई है। भदोही में भी 25 साल बाद चार वेंटीलेटर उपलब्ध हुए हैं। लेकिन जिला अस्पताल का निर्माण न होना जनता के लिए पीड़ादायीं है। लोगों को उम्मीद है कि मुख्यमंत्री योगी तक यह बात पहुँचाई जाए तो इस जनमुहिम को मंजिल मिल सकती है। अस्पताल निर्माण में भ्रस्टाचार भी हुआ है उसकी भी जाँच चल रहीं है जिसकी वजह से निर्माण कार्य आगे नहीँ बढ़ रहा है। वित्त की भी कमी बताई गई है।

लेकिन यह माँग अब एक जनान्दोलन बन चुकी है। भदोही के युवाओं ने इसमें बड़ी भूमिका निभाई है। गाँव से बाहर परदेश में रहने वाले युवाओं को भी इसकी चिंता है। वह भी अपनी माटी की पीड़ा को समझते हैं। कई फ़ेसबुक और व्हाट्सप ग्रुप बना कर इस आवाज़ को सरकार तक पहुँचा रहे हैं। मुहिम का मक़सद सिर्फ़ जिला अस्पताल का निर्माण है। क्योंकि भदोही जिले की आबादी 20 लाख होगी। लेकिन अभी तक लोगों को एक अस्पताल की सुविधा नहीँ मिल पाई। जिले का एक मात्र अस्पताल महाराजा चेतसिंह सिर्फ़ रेफरल यूनिट है। इस वजह से जिले के राज नेताओं को जनता की पीड़ा को समझना होगा। यह माँग कोई व्यक्तिगत नहीँ जनहित से जुड़ा सर्वजनिक मसला है। जिले के लोगों को मुख्यमंत्री योगी से बड़ी उम्मीद है। लोग चाहते हैं कि जनमुहिम की इस पीड़ा को सरकार ज़रूर सुनेगी और जनता की आवाज़ पर सरकार विचार करते हुए उसे अंजाम तक पहुंचाएगी।